उत्तरांचल में जानलेवा वायरस से जंग में जीत के करीब हैं विदेश से आए लोग

दुनिया के विभिन्न देशों से उत्तराखंड लौटे लोग कोरोना के खतरे को पार करने की आखिरी सीढ़ी तक पहुंच गए हैं। इनमें से कई ने क्वारंटाइन की 28 दिन की अवधि पूरी कर ली है जबकि कई लोगों की अवधि का यह आखिरी सप्ताह है। ऐसे में विदेश से लौटे लोगों से कोरोना फैलने की आशंका लगभग खत्म होने जा रही है।सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, उत्तराखंड में 24 मार्च तक 1323 लोग विदेश से आए थे। इनमें कोरोना की आशंका को देखते हुए क्वारंटाइन रहने को कहा गया था। हालांकि तीस मार्च तक राज्य में क्वारंटाइन किए लोगों की संख्या बढ़कर पांच हजार के करीब हो गई थी लेकिन इसमें विदेश से लौटे लोगों के साथ संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोग भी शामिल थे।



उत्तराखंड में विदेश से आए अधिकांश लोग 15 मार्च से पहले या उसके आसपास ही पहुंचे थे। 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देशभर में जनता कफ्र्यू था और उसके बाद से लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में उसके बाद विदेश से आमद पूरी तरह बंद हो गई। 



बाहर से आए सिर्फ छह में था वायरस
उत्तराखंड में अभी तक विदेश से आए सिर्फ छह लोगों के जरिए ही कोरोना वायरस पहुंचने की पुष्टि हुई है। इसमें से तीन आईएफएस स्पेन और दो युवा दुबई में संक्रमित हुए। राज्य में एक अमेरिकी नागरिक में भी संक्रमण मिला था। जबकि राजस्थान से आए एक सूबेदार में भी संक्रमण मिला था। इसके अलावा अभी तक राज्य में विदेश से आए किसी भी व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। न विदेश से आए व्यक्ति ने अपने संपर्क में वायरस फैलाया।
 


पिछले एक सप्ताह में बिगड़ी स्थिति
राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कड़े कदमों की वजह से राज्य में कोरोना संक्रमण दो महीने से भी अधिक समय तक पहली स्टेज में ही रहा। लेकिन एक मार्च के बाद से स्थिति में अचानक बदलाव आया और राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या सात से बढ़कर 31 पहुंच गई। अकेले देहरादून में न केवल 18 मामले सामने आ गए बल्कि कई क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। पिछले एक सप्ताह में राज्य में कुल 24 कोरोना के पॉजीटिव मामले आए हैं। इनमें से सभी जमाती या उनके संपर्क में आए लोग है।
 


जमातियों में संक्रमण न फैलता तो कोरोना मुक्त हो जाता उत्तराखंड
यदि जमातियों में कोरोना संक्रमण नहीं फैलता तो उत्तराखंड अभी तक कोविड 19 के खतरे को पार करने की स्थिति में पहुंच जाता। बीते एक सप्ताह से राज्य में विदेश से आए किसी नागरिक में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन जमातियों और उनके संपर्क में आए लोगों में लगातार वायरस की पुष्टि होने के बाद उत्तराखंड बीते एक सप्ताह में कोरोना की दृष्टि से खासा संवेदनशील हो गया है।


कोरोना को लेकर राज्य सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए विदेश से आए लोगों की जांच और उन्हें कोरंटाइन करना शुरू कर दिया था। इससे राज्य में संक्रमण नहीं फैल पाया। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा का कहना है कि विदेश से आए लोगों से संक्रमण न फैलने की रणनीति कामयाब रही है। अब जमातियों से संक्रमण को रोकने के लिए भी युद्धस्तर पर काम चल रहा है।



विदेश से आए लोगों से संक्रमण का खतरा कम हो रहा है। काफी लोग 28 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी कर चुके हैं। कुछ आखिरी चरण में हैं। हालांकि जिन लोगों के 28 दिन पूरे नहीं हुए हैं, उन्हें खतरे से बाहर नहीं माना जा सकता। उन्हें पूरी एहतियात बरतनी होगी। 
नितेश झा, सचिव स्वास्थ्य